पुरानी पेंशन योजना का अंत: कर्मचारियों के सपनों पर नई पेंशन व्यवस्था का जबरन बोझ
देश के लाखों सरकारी कर्मचारी, जिन्होंने दशकों तक अपनी सेवा दी, आज गहरे असमंजस और चिंता में हैं। यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) के रूप में सरकार ने एक नई पेंशन व्यवस्था लागू करने का फैसला किया है, जो सीधे तौर पर **पुरानी पेंशन योजना (OPS)** को खत्म कर रही है। यह कदम उन कर्मचारियों के लिए एक झटके से कम नहीं है, जिन्होंने जीवनभर सरकारी सेवा में अपना खून-पसीना बहाया और अपने बुढ़ापे की सुरक्षा के लिए OPS पर भरोसा किया।
---
*▶ एक कर्मचारी की पीड़ा: वर्षों की मेहनत के बाद असुरक्षित भविष्य**
रमेश शर्मा, जो एक सरकारी शिक्षक के रूप में 30 साल तक सेवा कर चुके हैं, आज निराशा में डूबे हुए हैं। उनकी आंखों में आंसू हैं, जब वे कहते हैं:
❝ हमने दशकों तक देश की सेवा की, बच्चों को शिक्षा दी, कानून-व्यवस्था बनाए रखी, सरकारी योजनाओं को लागू किया। हमें भरोसा था कि जब हम बूढ़े होंगे, तब सरकार हमारी पेंशन का ख्याल रखेगी। लेकिन अब सरकार कह रही है कि पुरानी पेंशन योजना खत्म हो गई। हमें अब यूनिफाइड पेंशन स्कीम लेनी होगी। ❞
उनकी पत्नी, जो पहले ही गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं, चिंतित हैं कि क्या UPS उनके भविष्य की जरूरतों को पूरा कर पाएगी। यह सिर्फ रमेश शर्मा की कहानी नहीं है, बल्कि देशभर में लाखों कर्मचारियों की यही व्यथा है।
---
*▶ OPS बनाम UPS: क्या खोया, क्या पाया?**
✅ **पुरानी पेंशन योजना (OPS) – सम्मानजनक बुढ़ापा**
✔ अंतिम वेतन का **50% पेंशन के रूप में** मिलता था।
✔ **महंगाई भत्ता (DA)** पेंशन में जोड़ा जाता था, जिससे मंहगाई का असर नहीं पड़ता था।
✔ **फैमिली पेंशन** का प्रावधान था, जिससे कर्मचारी के निधन के बाद परिवार सुरक्षित रहता था।
✔ **रिटायरमेंट के बाद वित्तीय स्वतंत्रता**, जिससे कर्मचारी सम्मानपूर्वक जीवन बिता सकते थे।
❌ **यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) – अनिश्चित भविष्य**
✖ अंतिम वेतन का **50% पेंशन मिलेगी**, लेकिन इसमें कई शर्तें लागू होंगी।
✖ **पेंशन का पैसा कर्मचारियों और सरकार के योगदान से बने फंड से आएगा**, जो पहले पूरी तरह से सरकार देती थी।
✖ **दो भागों में रिटायरमेंट फंड बंटेगा** – व्यक्तिगत और पूल फंड।
✖ सरकार दावा कर रही है कि **यह योजना भविष्य में अधिक स्थिर होगी**, लेकिन कर्मचारी इसे पूरी तरह से नहीं समझ पा रहे हैं।
---
*▶ कर्मचारियों का गुस्सा और सरकार की बेरुखी
सरकार ने UPS लागू करने का फैसला कर लिया, लेकिन क्या उसने कर्मचारियों की राय ली? **देशभर में UPS के खिलाफ विरोध प्रदर्शन** हो रहे हैं:
⚡ **गिरिडीह, झारखंड:** सरकारी कर्मचारियों ने UPS की प्रतियां जलाकर विरोध जताया।
([ETV Bharat](https://www.etvbharat.com/hi/%21state/employees-protested-against-unified-pension-scheme-in-giridih-jharkhand-news-jhs25012805975
⚡ **बलिया, उत्तर प्रदेश:** शिक्षकों और कर्मचारियों ने UPS के खिलाफ नारेबाजी करते हुए **पोस्टर जलाए** और सरकार से OPS बहाल करने की मांग की।
([Live Hindustan](https://www.livehindustan.com/uttar-pradesh/balia/story-employees-protest-against-unified-pension-scheme-ups-in-ballia-201738096076874.html
⚡ **दिल्ली:** सरकारी कर्मचारी संगठनों ने UPS को *'कर्मचारियों के अधिकारों पर हमला'* करार दिया।
⚡ **अटेवा पेंशन बचाओ मंच:** इस योजना का मुखर विरोध कर रहा है और लगातार सरकार पर OPS बहाल करने का दबाव बना रहा है। अटेवा का कहना है कि **नई पेंशन व्यवस्था कर्मचारियों को आर्थिक गुलामी में धकेलने की साजिश है।**
---
*▶ भावनात्मक पहलू: बुजुर्ग कर्मचारियों की चिंता**
❤️ **एक विधवा मां की चिंता**
सीमा देवी, जिनके पति पुलिस विभाग में कार्यरत थे, अब अकेली हैं। उन्हें अपने बेटे की पढ़ाई और भविष्य की चिंता है। OPS के तहत, उन्हें एक सम्मानजनक फैमिली पेंशन मिल सकती थी, लेकिन UPS में ऐसी कोई गारंटी नहीं। वह रोते हुए कहती हैं:
❝ क्या हमारी मेहनत और कुर्बानियों का यही सिला मिलेगा? ❞
💔 **एक बुजुर्ग सरकारी कर्मचारी की पीड़ा**
62 वर्षीय रिटायर्ड कर्मचारी अशोक गुप्ता कहते हैं:
❝ हमने अपने पूरे जीवनभर मेहनत की, ताकि बुढ़ापे में सरकार हमें सहारा दे। लेकिन अब हमें बताया जा रहा है कि हमारी पेंशन किसी फंड पर निर्भर करेगी? यह कैसी नीति है? ❞
---
*▶ क्या सरकार को अपने फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए?**
सरकार का कहना है कि **UPS भविष्य में अधिक लाभकारी होगी**, लेकिन कर्मचारी इस पर भरोसा नहीं कर पा रहे हैं। कुछ महत्वपूर्ण सवाल उठते हैं:
❓ **अगर UPS इतनी अच्छी योजना है, तो इसे लागू करने से पहले कर्मचारियों से विचार-विमर्श क्यों नहीं किया गया?**
❓ **क्या UPS में कर्मचारियों को वही आर्थिक सुरक्षा मिल पाएगी, जो OPS देती थी?**
❓ **क्या सरकार कर्मचारियों की भावनाओं और उनके भविष्य की चिंताओं को समझने के लिए तैयार है?**
---
*▶ सुझाव: क्या हो समाधान?**
✔ सरकार को चाहिए कि **विस्तृत चर्चा और सहमति के बाद ही UPS लागू करे**।
✔ **कर्मचारियों को विश्वास में लिया जाए और उनकी चिंताओं का समाधान किया जाए**।
✔ **OPS को फिर से बहाल करने पर विचार किया जाए या UPS में बेहतर सुधार किए जाएं**।
✔ अटेवा पेंशन बचाओ मंच की मांगों को गंभीरता से लिया जाए और इस मुद्दे पर खुली बहस कराई जाए।
---
*▶ निष्कर्ष: कर्मचारियों के सम्मान का सवाल**
सरकारी कर्मचारी **देश की रीढ़** हैं। वे शिक्षा, प्रशासन, कानून-व्यवस्था और समाज की बेहतरी के लिए जीवनभर काम करते हैं। उनके बुढ़ापे की आर्थिक सुरक्षा **सरकार की जिम्मेदारी** है।
OPS सिर्फ एक पेंशन योजना नहीं थी, **बल्कि कर्मचारियों के वर्षों के समर्पण का सम्मान थी**। UPS को लेकर देशभर में **आक्रोश और अविश्वास** है। सरकार को चाहिए कि वह कर्मचारियों की आवाज सुने और **एक ऐसा समाधान निकाले, जिससे उनका भविष्य सुरक्षित हो**।
सरकारी कर्मचारियों का यह दर्द क्या सरकार सुनेगी? या फिर उनका बुढ़ापा अनिश्चितताओं में गुजरने को मजबूर होगा? जवाब सरकार के हाथ में है!
---
*📝 लेखक:*
**संतोष कुमार** – शिक्षक, गाजीपुर
🖥 **वेबसाइट:** [www.extragyan2.in](http://www.extragyan2.in)
---
*📚 स्रोत:*
1️⃣ [Navbharat Times](https://navbharattimes.indiatimes.com/business/business-news/unified-pension-scheme-big-news-for-government-employees-know-how-much-pension-will-they-get-new-rules-and-benefits-notified/articleshow/117557289.cms?utm
2️⃣ [ETV Bharat](https://www.etvbharat.com/hi/%21state/employees-protested-against-unified-pension-scheme-in-giridih-jharkhand-news-jhs25012805975?utm
3️⃣ [Live Hindustan](https://www.livehindustan.com/uttar-pradesh/balia/story-employees-protest-against-unified-pension-scheme-ups-in-ballia-201738096076874.html?utm_source
4️⃣ [YouTube Video](https://www.youtube.com/watch?v=kScd_r_0-Zg&utm_source