F.L.N. प्रशिक्षण की शुरुआत भावरकोल ब्लॉक गाजीपुर

F.L.N. प्रशिक्षण  की शुरुआत भावरकोल ब्लॉक गाजीपुर 

निपुण भारत मिशन भारत में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए किए जा रहे अनेक प्रयासों में से एक है। भारत मे शिक्षा की गुणवत्ता मे सुधार के लिए निपुण भारत मिशन ने बहुत से प्रयास किए हैं । 

इस  मिशन की शुरूवात प्राथमिक शिक्षा मे बच्चों की आधारभूत साक्षरता और अंकगणित की समझ को मजबूत करने के लिए की गई है । इसमे नवीनतम पाठ्यक्रम और तकनीकों का प्रयोग बच्चों की शैक्षिक प्रगति और शिक्षकों के लिए बेहतर सहयोग के लिए किया गया है । गाजीपुर जिले के भाँवरकोल शिक्षा क्षेत्र में बी आर सी पर एफएलएन प्रशिक्षण की शुरुवात हो गई है । यह  शिक्षक प्रशिक्षण चार दिन का होता है । 

निपुण भारत अभियान का लक्ष्य

इस अभियान उद्देश्य है की कक्षा 1 से कक्षा 3 तक के बच्चों को आधारभूत साक्षरता और गणित मे पारंगत हो सके। बच्चों के सम्पूर्ण विकास के लिए  एफ एल एन का  प्रशिक्षण मूलभूत कौशलों को दर्शाता है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 का एक मिशन है का लक्ष्य है की बच्चों का भावनात्मक और मानसिक विकास मजबूत करना है। 

भावरकोल ब्लॉक पिछड़ा  ब्लॉक माना  जाता है ।यह ब्लॉक गंगा के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र मे आता है । जिसका प्रभाव यहाँ की शिक्षा व्यवस्था मे देखने को मिलती है । सरकारी विद्यालयों मे गाँव के बच्चे आते हैं । बच्चों को मुख्य धारा मे जोड़ने के लिए शिक्षा को मजबूत करना काफी आवश्यक है ।  इसके लिए अध्यापकों को ट्रेंड करना काफी जरूरी है । इस लिए कि ...

1- अध्यापकों की क्षमता - इस ट्रेनिंग से अध्यापक कुछ नया सीख कर अपने विद्यालय मे बच्चों को कुशलता पूर्वक पढ़ा पाएंगे । 

2- गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा - अध्यापक पढ़ाने की नई टेक्निक सीख कर बच्चों के सर्वांगीण विकास को बढ़ा सकेंगे । 

3- छात्रों के पढ़ाई मे सुधार - एफ एल एन प्रशिक्षण द्वारा शिक्षक छात्रों के भाषा और गणित ज्ञान मे सुधार कर सकेंगे ।  


एफ एल एन ट्रेनिंग का कार्यक्रम 

यह ट्रेनिंग 4 दिन तक चलेगी जिसमे 50 - 50 के दो बैच है ।  यानि एक बार मे 100 अध्यापक ट्रेनिंग ले पाएंगे ।  इस ट्रेनिंग मे प्राथमिक विद्यालय के अध्यापक सम्मिलित होंगे । 

 पहला दिन 

एफएलएन  प्रशिक्षण  और उसके उद्देश्यों के बारे विस्तार पूर्वक जानकारी दी जाएगी । जो की अध्यापकों को बच्चों के लिए बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान के महत्व को सीखने मे सहयोग करेगी । साथ कक्षा 1 2 की पुस्तके इस साल बदल गई हैं उसका बेहतर उपयोग के लिए चर्चा की जाएगी । 

  दूसरा दिन,

एफएलएन  प्रशिक्षण  के अंतर्गत विभिन्न प्रकार इंटरैक्टिव तकनीकों को बताया जाएगा । शिक्षकों द्वारा ट्रैकर आदि भरना , शिक्षक संदर्शिका का सही से प्रयोग करना शिक्षक डायरी भरना पर चर्चा की जाएगी । 

 तीसरे दिन -

एफ एल एन  प्रशिक्षण  के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के डिजिटल उपकरणों का प्रयोग बच्चों को पढ़ाने के लिए कैसे किया जाएगा ।  साथ ही विभिन्न प्रकार के सहायक उपकरणों से बच्चों के शैक्षिक गुणवत्ता को किस प्रकार सुधार का ऊपर ले जाया जाए इस पर चर्चा की जाएगी । 



 चौथा दिन 

आज इस ट्रेनिंग का आखिरी दिन होगा जिसमे शिक्षकों ने क्या सीखा है उसका आकलन किया जाएगा और उनके प्रश्नों और सुझाव को लिया जाएगा ।  और आने वाले समय मे एफएलएन  प्रशिक्षण को और किस तरह और बेहतर बनाया जाए ।  

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 एफएलएन  प्रशिक्षण प्रदेश मे शिक्षा की गुणवत्ता के सुधार के लिए बहुत ही आवश्यक है । जिससे अध्यापक और बच्चे दोनों का विकास हो सके । 

 

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