TSCT UP: शिक्षक समाज का वो संकल्प, जो आँसू पोंछता है और उम्मीद जगाता है
जब एक शिक्षक दुनिया छोड़कर चला जाता है, तो उसके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ता है। तनख्वाह बंद हो जाती है, सरकारी सहायता की राह लंबी और थकाऊ होती है। ऐसे में TSCT UP (Teachers Self Care Team) एक उम्मीद बनकर सामने आता है।
TSCT की मदद: आँसू पोंछने वाला संकल्प
अब तक TSCT UP ने 296 दिवंगत शिक्षक परिवारों को ₹120 करोड़ की आर्थिक सहायता प्रदान की है। यह शिक्षक समाज के लिए एक अद्वितीय और प्रेरणादायक प्रयास है।
10 अप्रैल 2025 का आयोजन – सेवा और सम्मान का महापर्व
गाज़ीपुर में आयोजित कार्यक्रम में TSCT UP द्वारा 10 दिवंगत शिक्षकों को श्रद्धांजलि दी गई और उनके परिजनों को आर्थिक सहयोग प्रदान किया गया। इस अवसर पर ₹4.5 करोड़ की सहायता प्रदान की गई। साथ ही जनपद के सेवानिवृत्त शिक्षकों को सम्मानित किया गया।
उपस्थिति और सराहना
कार्यक्रम में सांसद डॉ. संगीता बलवंत, विधायक डॉ. वीरेंद्र यादव, प्रोफेसर हरिकेश सिंह और सानंद सिंह जैसे प्रतिष्ठित अतिथि उपस्थित रहे। सभी ने TSCT को शिक्षक कल्याण का बेहतरीन मॉडल बताया।
TSCT के प्रमुख स्तंभ
संस्थापक विवेकानंद जी, प्रदेश महामंत्री सुधेश पांडेय जी, प्रदेश प्रबंधक महेन्द्र वर्मा जी और कोषाध्यक्ष संजीव रजक जी सहित पूरी प्रांतीय टीम का योगदान सराहनीय रहा।
अन्य जनपदों की भागीदारी
बलिया, मऊ, जौनपुर, चंदौली, प्रयागराज सहित 15+ जिलों से आए शिक्षक साथियों ने इस कार्यक्रम को और अधिक गौरवशाली बनाया।
कैसे बनें आप भी इस संकल्प का हिस्सा?
केवल ₹320 प्रति माह यानी लगभग ₹11 प्रतिदिन देकर आप किसी शिक्षक परिवार की मदद कर सकते हैं। यह योगदान पूरी तरह स्वैच्छिक, पारदर्शी और वैधानिक है।
TSCT को जानें और जुड़ें
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✍️ लेखक: संतोष कुमार
📍सहायक अध्यापक, भावरकोल, गाज़ीपुर
TSCT UP | Ramashwar Giri - प्रांतीय IT Cell प्रभारी